यूट्यूबर मनीष कश्यप से तीन दिनों तक पूछताछ के बाद सोमवार को उसे मदुरई कोर्ट में पेश किया गय
ा जहां अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बुधवार को तमिलनाडु पुलिस ने पूछताछ की और सात दिनों की रिमांड की मांग करेगी। ऐसे में यूट्यूबर की उसकी मुश्किलें बढ़ सकती है।
(मनीष कश्यप को राहत नहीं, मदुरई कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा; बिहार भेजने के मूड में नहीं तमिलनाडु पुलिस) |
पटना, जागरण डिजिटल डेस्क। तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों पर हमले का झूठा वीडियो शेयर करने के आरोपित यूट्यूबर मनीष कश्यप (Youtuber Manish Kashyap) की मुश्किलें फिलहाल कम होने का नाम नहीं ले रही है। तीन दिनों की रिमांड खत्म होने के बाद सोमवार को तमिलनाडु पुलिस (Tamil Nadu Police) की मदुरई कोर्ट में मनीष कश्यप की पेशी हुई, जहां अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
तमिलनाडु पुलिस ने कोर्ट से और सात दिनों की रिमांड की मांग की थी।
हालांकि, इस मांग पर कोर्ट बुधवार 5 अप्रैल को फैसला सुनाएगी। फिलहाल, मनीष कश्यप को न्यायिक हिरासत में मदुरई सेंट्रल जेल भेजा गया है। बुधवार को अगर तमिलनाडु पुलिस को मनीष कश्यप की रिमांड मिल जाती है, तो उसे फिलहाल बिहार नहीं लाया जा सकेगा।
मनीष कश्यप ने पुलिस को दी अहम जानकारी
सूत्रों की मानें तो तीन दिनों की पूछताछ के दौरान मनीष कश्यप ने तमिलनाडु पुलिस को फर्जी वीडियो प्रसारित करने के मामले में अहम जानकारी दी है। तमिलनाडु पुलिस के साथ बिहार पुलिस इस मामले में सभी अहम कड़ियां जोड़ने में लगी है। पुलिस का मानना है कि मनीष के पीछे एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। उस नेटवर्क से जुड़े लोगों को लेकर भी पूछताछ की जाएगी।
ध्यान से पढ़ें इस पोस्ट को
उल्लेखनीय है कि 18 मार्च को बिहार पुलिस ने बेतिया जिले के जगदीशपुर ओपी स्थित मनीश कश्यप के घर पर कुर्की जब्ती की थी। पुलिस उसके घर के दरवाजे और खिड़कियां तक उखाड़ कर ले गई। इस दौरान लोगों की भारी भीड़ लगी रही। कुर्की की जानकारी होने पर मनीष कश्यप ने थाने में सरेंडर कर दिया है।
मनीष कश्यप के बैंक खाते किए गए फ्रीज
जांच-पड़ताल के दौरान बिहार पुलिस को मनीष कश्यप के खातों में मोटी राशि के लेन-देन व वित्तीय अनियमितता का पता चला है। इस मामले में भी पूछताछ की जा रही है। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने मनीष कश्यप और उसके यूट्यूब चैनल के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। अलग-अलग चार बैंक खातों में कुल 42 लाख 11 हजार 937 रुपये जमा हैं।
मनीष कश्यप ने कहा- मुझे कानून पर भरोसा
पिछले महीने 29 मार्च को मनीष कश्यप को तमिलनाडु पुलिस (Tamil Nadu Police) प्रोडक्शन वारंट पर अपने साथ ले गई थी। बिहार पुलिस की टीम भी साथ गई है। चेन्नई ले जाने के दौरान पटना एयरपोर्ट पर मनीष कश्यप ने कहा था कि उसे न्यायालय व कानून पर भरोसा है।
पटना: तमिलनाडु (Tamil Nadu Case) में बिहार के मजदूरों से कथित भेदभाव को लेकर वायरल वीडियो (Viral Video) मामले में यूट्यूबर मनीष कश्यप (Youtuber Manish Kashyap) सुर्खियों में आ गए थे. इसके बाद मनीष कश्यप पर बिहार सहित तमिलनाडु में इस मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई थी. वहीं, मनीष कश्यप अभी तमिलनाडु में है. मनीष कश्यप आज मदुरै कोर्ट में पेश हुए. तमिलनाडु पुलिस ने कोर्ट से सात दिनों की रिमांड की मांग की थी. मदुरै कोर्ट ने अभी मनीष कश्यप को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. रिमांड की मांग पर कोर्ट बुधवार को फैसला सुनाएगा.
मदुरै कोर्ट बुधवार को करेगा विचार
तमिलनाडु पुलिस ने आज मदुरै कोर्ट के सामने मनीष कश्यप को पेश किया. अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. तमिलनाडु पुलिस को मनीष कश्यप की रिमांड सोमवार तक के लिए मिली थी. रिमांड की समय सीमा समाप्त होने के बाद उसे अदालत के सामने पुलिस ने पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. तमिलनाडु पुलिस ने सात दिन के लिए रिमांड की समय मांगी थी. कोर्ट इस पर बुधवार को विचार करेगा.
29 मार्च तमिलनाडु पुलिस ले गई थी अपने साथ
फर्जी वीडियो वायरल करने के मामले में यूट्यूबर मनीष कश्यप को तमिलनाडु पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर 29 मार्च को अपने साथ ले गई. मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में बिहारियों के साथ कथित हिंसा के मामले में फर्जी वीडियो वायरल करने का आरोप है. बिहार के साथ-साथ तमिलनाडु में भी मनीष कश्यप पर कई मामले दर्ज किए गए हैं. इसके पहले आर्थिक अपराध इकाई की टीम पांच दिन की रिमांड लेकर मनीष से पूछताछ कर चुकी है. तमिलनाडु में मनीष कश्यप के खिलाफ 13 मामले दर्ज हैं.
क्या है मामला?
बता दें कि मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में बिहारियों के साथ कथित हिंसा के मामले में फर्जी वीडियो वायरल करने का आरोप है. बिहार के साथ-साथ तमिलनाडु में भी उस पर कई मामले दर्ज किए गए हैं. इसके पहले आर्थिक अपराध इकाई की टीम पांच दिन की रिमांड लेकर मनीष से पूछताछ कर चुकी है. अब तमिलनाडु पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेकर उसे गई है.
बीते शनिवार को बिहार के यूट्यूबर और पत्रकार मनीष कश्यप (YouTuber Manish Kashyap) उर्फ़ त्रिपुरारी कुमार तिवारी ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. ज़िला बेतिया के जगदीशपुर पुलिस स्टेशन में कश्यप ने सरेंडर किया. बीते कई दिनों से पुलिस कश्यप की तलाश कर रही थी. मनीष कश्यप को 22 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. गिरफ़्तारी के बाद बिहार की जनता बौखला गई और सड़कों पर उतरी. मनीष कश्यप की रिहाई की मांग की गई. हालत इतने बेकाबू हो गए कि बिहार के कई सड़कों पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मनीष कश्यप के समर्थकों ने सरकार विरोधी नारे लगाए, तोड़-फोड़ और आगज़नी भी की.
यूट्यूबर मनीष कश्यप ने तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों पर हमले का फ़र्ज़ी वीडियो बनाया था. ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गोपालगंज निवासी राकेश रंजन कुमार ने पटना में इस वीडियो को प्रोड्यूस किया था. कश्यप के खिलाफ़ तमिलनाडु पुलिस भी मनीष से पूछताछ कर सकती है.
बीते गुरुवार को बिहार आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने कोर्ट से अरेस्ट वॉरेंट हासिल किया था. इसके बाद बिहार पुलिस ने पटना और दिल्ली में कई जगहों पर रेड मारी लेकिन मनीष कश्यप नहीं मिला.
मनीष कश्यप ने शनिवार को सरेंडर कर दिया. पुलिस गिरफ़्तारी के बाद कश्यप का रोता हुआ वीडियो भी सामने आया.
कश्यप के खिलाफ़ दर्जनों केस
बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप के खिलापञ बिहार में 14 और तमिलनाडु में 13 केस दर्ज किए गए हैं. आर्थिक अपराध इकाई के बार-बार निर्देश देने के बावजूद कश्यप छिपता फिर रहा था. इसके बाद गुरुवार को वारंट जारी किया गया और पुलिस ने रेड मारना शुरू किया.
बिहार पुलिस ने मनीष कश्यप के तीनों बैंक अकाउंट फ़्रीज़ कर दिए हैं, खातों में कुल 42.11 लाख रुपये जमा थे. मनीष कश्यप का ट्विटर अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया है.
सन ऑफ़ बिहार बनने कहानी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कश्यप का जन्म 9 मार्च, 1991 को बिहार के ज़िला पश्चिम चंपारण में हुआ. मनीष कश्यप का असली नाम त्रिपुरारी कुमार तिवारी है और वो खु़द को 'सन ऑफ़ बिहार' कहता है. वो सच तक न्यूज़ नाम से यूट्यूब चैनल चलाता है. न्यूज़ चैनल पर 6.49 मिलियन से ज़्यादा सब्सक्राइबर्स हैं. सरेंडर से पहले भी सच तक न्यूज़ चैनल से दो वीडियोज़ अपलोड किए गए थे. 2020 में बिहार की चनपटिया विधानसभा सीट से कश्यप ने निर्दलीय चुनाव भी लड़ा था.
समर्थकों ने किया बवाल
बीते सोमवार को बिहार में कई जगहों पर मनीष कश्यप के समर्थकों ने बवाल किया. आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, बवाल के चलते दिल्ली-काठमांडू राजमार्ग पर जाम लग गया. बिहार की जनता कश्यप की गिरफ़्तारी के बाद आक्रोशित हो गई. ज़िला मोतीहारी में बहुत से युवा सड़क पर उतर आए. कुछ युवकों ने तोड़-फोड़ की और टायर जलाकर सड़क जाम किया. विरोध प्रदर्शक सरकार विरोधी नारे भी लगा रहे थे.
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